बुद्ध ज्योति फाउंडेशन ट्रस्ट अजमेर का गठन एक धम्म श्रद्धालु परिवार द्वारा 3 अप्रैल 2003 में किया गया। 18 फरवरी 2008 को देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार से इसका रजिस्ट्रेशन कराया गया।
स्थापना से लेकर अगस्त 2012 तक ट्रस्ट जन सामान्य के बीच विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बूद्ध, धम्म और संघ के प्रति प्रचार-प्रसार और जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता आ रहा है।
19 अगस्त 2012 को ट्रस्ट द्वारा बुद्ध ज्योति विहार की स्थापना अपनी दो बीघा जमीन पर ‘बुद्धा हिल्स’ जागृति नगर, सतगुरू कॉलोनी के पास आजय नगर अजमेर (राजस्थान) में की गई। तब से निरंतर विहार की गतिविधियों और कार्यक्रमों से लोग जुड़ते जा रहे हैं।
यह संस्था की पूर्ण पारदर्शिता और विश्वसनीयता ही है कि बौद्ध जगत में विशेषकर राजस्थान की धरती पर अरावली पर्वत माला में तारागढ़ की तलहटी में सुंदर रमणीक स्थान पर स्थापित एक अग्रणी संस्था बन गई है।
गतिविधियां एवं कार्यक्रम
- साप्ताहिक रविवारीय धम्म सभा
- सामूहिक विपश्यना साधना
- पंचशील परिवार के माध्यम से घर-घर जाकर जनजागृति कार्य
- गरीब व प्रतिभाशाली बच्चों को शिक्षण प्रशिक्षण में सहायता
- मासिक समाचार बुलेटिन
- समय-समय पर सभी बौद्ध पर्व-उत्सव का आयोजन
- प्रतिवर्ष वर्षावास का आयोजन
- बौद्ध साहित्य का प्रकाशन एवं वितरण
- प्रतिवर्ष विभिन्न धर्म शिक्षाओं की प्रतियोगिताओं का आयोजन
- शोध कार्य
- अनेक विषयों पर विचार गोष्ठियां
- अजमेर के बाहर से आने वाले अतिथियों से धम्म चर्चाएं एवं विमर्श
- सुजाता स्वयं सहायता समूह
- बौद्ध संस्कार पद्धति सेवाएं
- बौद्ध तीर्थ स्थलों की यात्राएं
- प्रतिवर्ष वार्षिक उत्सव का आयोजन आदि
अब ट्रस्ट द्वारा कुछ नए कार्य जैसे पाली भाषा का प्रशिक्षण (पाली पाठशाला) जो 1 अप्रैल 2021 से प्रस्तावित हैं, तथा सांस्कृतिक धम्म शिक्षण प्रशिक्षण विपश्यना मैत्री संघ, त्रिरत्न मेत्ता पब्लिकेशन ट्रस्ट आदि सहयोगी संगठनों के माध्यम से कार्यों का विस्तार किया गया।