अजमेर में भीलवाड़ा से आये लगभग 60 उपासक-उपासिकाओं ने आनापानसति का अभ्यास किया और विहार की गतिविधियों तथा विकास की प्रशंसा की।

बुद्ध ज्योति विहार, जागृति नगर, अजमेर में भीलवाड़ा से आये लगभग 60 उपासक-उपासिकाओं ने आनापानसति का अभ्यास किया और विहार की गतिविधियों तथा विकास की प्रशंसा की।  

बुद्ध ज्योति विहार के मा संरक्षक श्री जगदीश जी महावर के भवन निर्माण का भूमि शोधन कार्यक्रम

बुद्ध ज्योति विहार के मा संरक्षक श्री जगदीश जी महावर के भवन निर्माण का भूमि शोधन कार्यक्रम त्रिरत्न पूजा के साथ संपन्न हुआ।मंगल हो!

बुद्ध ज्योति विहार के मा संरक्षक श्री जगदीश जी महावर के भवन निर्माण का भूमि शोधन कार्यक्रम आज त्रिरत्न पूजा के साथ संपन्न हुआ।मंगल हो

बुद्ध ज्योति विहार के मा संरक्षक श्री जगदीश जी महावर के भवन निर्माण का भूमि शोधन कार्यक्रम आज त्रिरत्न पूजा के साथ संपन्न हुआ। मंगल हो

बाल विपश्यना शिविर के दौरान बुध्द ज्योति विहार में विपश्यना साधना का अभ्यास करते साधक।

बाल विपश्यना शिविर के दौरान बुध्द ज्योति विहार में विपश्यना साधना का अभ्यास करते साधक। बुद्ध ज्योति विहार, जागृति नगर, अजमेर में आयोजित विपश्यना साधना शिविर में भाग लेने वाले शिविरार्थियों का चित्र।

अजमेर में बुद्ध ज्योति विहार के ट्रस्टी मा. भगवान सिंह चितौड़ीया की सुपुत्री वर्षा का विवाह 3/11/17 को बौद्ध पद्दत्ती से सम्पन्न हुआ

  अजमेर में बुद्ध ज्योति विहार के ट्रस्टी मा भगवान सिंह चितौड़ीया की सुपुत्री वर्षा का विवाह 3/11/17 को बौद्ध पद्दत्ती से सम्पन्न हुआ

पत्थर और घी

सदियों पहले किसी पंथ के पुरोहित नागरिकों के मृत संबंधी की आत्मा को स्वर्ग भेजने के लिए एक कर्मकांड करते थे और उसके लिए बड़ी दक्षिणा माँगते थे. उक्त कर्मकांड के दौरान वे मंत्रोच्चार करते समय मिट्टी के एक छोटे कलश में पत्थर भरकर उसे एक छोटी सी हथौड़ी से ठोंकते थे. यदि वह पात्र … Read more

बुद्ध की सिख | Buddha Story in Hindi

एक स्त्री का एक ही बेटा था, वह भी मर गया तो रोती-बिलखती वह महात्मा बुध्दके पास पहुंची और उनके पैरों में गिरकर बोली, ‘महत्माजि, आप किसी तरह मेरे लाल को जीवित कर दें |’ महत्मा बुद्ध ने उसके प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा, ‘तुम शोक न करो | बुद्ध ने उस महिला को सत्य … Read more