धम्मपद – अप्पमादवग्गो # 4

उट्ठानवतो सतिमतो सुचिकम्मस्स निसम्मकारिनो।

सञ्जतस्स च धम्मजीविनो अप्पमत्तस्स यसोभिवड्ढति ॥४॥

हिंदी अर्थ



उद्योगी, जागरूक, पवित्र कर्म करने वाले, सोच समझ कर काम कारने वाले, संयमी, धर्मानुसार जीविका चलाने वाले, अप्रमादी मनुष्य के यश की वृद्धि होती है।

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