धम्मपद – अप्पमादवग्गो # 5 February 11, 2021 by Buddha Jyoti उट्ठानेन’प्पमादेन सञ्जमेन दमेन च । दीपं कयिराथ मेधावी यं ओघो नाभिकीरति ।।५।। हिंदी अर्थ बुद्धिमान् मनुष्य उद्योग, अप्रमाद, संयम और दम द्वारा ऐसा द्वीप बनावे, जिसे बाढ़ डुबा न सके।