धम्मपद – अप्पमादवग्गो # 3 February 9, 2021 by Buddha Jyoti ते झायिनो साततिका निच्चं दळ्ह-परक्कमा । फुसन्ति धीरा निब्बाणं योगक्खेमं अनुत्तरं ॥३॥ हिंदी अर्थ ध्यान करनेवाले, जागरूक, नित्य दृढ़ पराक्रम में लगे रहनेवाले धीर-जन ही अनुत्तर योग-क्षेम निर्वाण को प्राप्त करते हैं ।