धम्मपद – अप्पमादवग्गो # 7 April 18, 2021 by Buddha Jyoti मा पमादमनुयुञ्जेथ मा कामरतिसन्थवं ।अप्पमत्तो हि झायन्तो पप्पोति विपुलं सुखं ||७|| हिंदी अर्थ प्रमाद मत करो। काम-भोगों में मत फँसो । प्रमाद रहित हो ध्यान करने से विपुल सुख की प्राप्ति होती है।