धम्मपद – अप्पमादवग्गो # 1 February 7, 2021 by Buddha Jyoti अप्पमादो अमत-पदं पमादो मच्चुनो पदं । अप्पमत्ता न मीयन्ति ये पमत्ता यथा मता ।। १।। हिंदी अर्थ अप्रमाद अमृत-पद है, प्रमाद मृत्यु का पद । अप्रमादी मनुष्य मरते नहीं, और प्रमादी मनुष्य मृत ही के समान होते हैं ।