परे च न विजानन्ति मयमेत्य यमामसे।
ये च तत्थ विजानन्ति ततो सम्मन्ति मेधगा ।६॥
हिन्दी अर्थ
अज्ञ लोग नहीं विचारते कि हम इस संसार में नहीं रहेंगे; जो विचारते हैं उन (पण्डितों) का वैर शान्त हो जाता है ।
परे च न विजानन्ति मयमेत्य यमामसे।
ये च तत्थ विजानन्ति ततो सम्मन्ति मेधगा ।६॥
अज्ञ लोग नहीं विचारते कि हम इस संसार में नहीं रहेंगे; जो विचारते हैं उन (पण्डितों) का वैर शान्त हो जाता है ।